प्रिय साथी
आपको जानकर खुशी होगी कि शहीद भगतसिंह व उनके साथियों के सम्पूर्ण उपलब्ध दस्तावेज अब यूनिकोड फॉर्मेट में ऑनलाइन अपलोड कर दिये गये हैं। शहीद भगतसिंह को आज भी देश की व्यापक आबादी हाथ में पिस्तौल लिये क्रान्तिकारी के रूप में तो जानती है पर उनके क्रान्तिकारी विचारों से अपरिचित है। इसका मुख्य कारण तो आजादी के बाद सत्ता में आये भूरे अंग्रेजों द्वारा शहीद भगतसिंह के साहित्य को दबाना रहा है। सरकार चाहे किसी की रहे पर भगतसिंह के साहित्य को छपवाकर जनता तक किसी ने नहीं पहुँचाया। पर हालिया कुछ सालों में जनपक्षधर बुद्धिजीवियों, क्रांतिकारी संगठनों व प्रगतिशील प्रकाशकों के दम पर भगतसिंह व उनके साथियों का साहित्य आम जनता तक पहुँचने लगा है व उनके विचारों से जनता लगाव महसूस करने लगी है। राहुल फाउण्डेशन, लखनऊ ने भी भगतसिंह और उनके साथियों के महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ों को बड़े पैमाने पर जागरूक नागरिकों और प्रगतिकामी युवाओं तक पहुँचाया है और इसी सोच के तहत उन्होने 2006 में भगतसिंह और उनके साथियों के तब तक उपलब्ध सभी दस्तावेज़ों को पहली बार एक साथ प्रकाशित किया था। ‘मैं नास्तिक क्यों हूँ?’ जैसे कर्इ महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ों और जेल नोटबुक का जिस तरह आठवें-नवें दशक में पता चला, उसे देखते हुए, अभी भी कुछ सामग्री यहाँ-वहाँ पड़ी होगी, यह मानने के पर्याप्त कारण मौजूद हैं। इसीलिए इस संकलन को राहुल फाउण्डेशन ने ‘सम्पूर्ण दस्तावेज़’ के बजाय ‘सम्पूर्ण उपलब्ध’ दस्तावेज़ नाम दिया था।
नौजवान भारत सभा के आग्रह पर राहुल फाउण्डेशन ने इस पुस्तक की सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध करवायी थी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक भगतसिंह के विचारों को पहुँचाया जा सके। नौजवान भारत सभा केे कार्यकर्ताओं ने इस पुस्तक को यूनिकोड फॉर्मेट में बदल कर ऑनलाइन अपलोड कर दिया है। नीचे भगतसिंह व उनके साथियों के सारे दस्तावेज उसी क्रम में प्रस्तुत हैं जिस क्रम में राहुल फाउण्डेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक में हैं। सभी लेखों के लिंक नीचे दिये गये हैं। जो पाठक किन्हीं कारणों से इतनी बड़ी पुस्तक नेट पर नहीं पढ़ना चाहते हैं, वो राहुल फाउण्डेशन से ये पुस्तक मंगवा भी सकते हैं। पुस्तक का मूल्य काफी कम रखा गया है। पुस्तक इस लिंक से खरीदी जा सकती है। पुस्तक को ऑनलाइन खरीदने का विकल्प भी वहां मौजूद है – http://janchetnabooks.org/product/bhagat-singh-aur-unke-sathiyon-ke-sampurna-uplabdh-dastavez/
भारतीय क्रांति के शिखर शहीद भगतसिंह की रचनायें आज भी इस देश के नौजवानों को क्रांति के लिए प्रेरित करने व अंधकार भरे समय में रास्ता दिखाने में सक्षम हैं। क्रांतिकारी विचारधारा से लैस ये रचनायें हर विद्रोही नौजवान तक पहुँचाना हमारा सबका दायित्व है। इसलिए आपसे आग्रह है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें। अगर आप वेबसाइट या ब्लॉग चलाते हैं तो आप अपनी वेबसाइट पर साथ में भेजी गयी फोटो देकर इस काम को आगे बढ़ा सकते हैं। फोटो देते वक्त इस लिंक को जोड़ दें ताकि फोटो पर क्लिक करने पर सीधे भगतसिंह के दस्तावेजों तक पहुंचा जा सके - http://naubhas.in/bhagatsingh-archive
शहीद भगतसिंह व साथियों के सम्पूर्ण उपलब्ध दस्तावेज
पुस्तक के पहले संस्करण की भूमिका – भगतसिंह की वैचारिक विरासत और हमारा समय -
प्रस्तावना / क्रान्तिकारी आन्दोलन का वैचारिक विकास (चापेकर बन्धुओं से भगतसिह तक) / शिव वर्मा -
खण्ड एक / दस्तावेज़ और पत्र
यह जीवन देश को समर्पित: भगतसिह के छह शुरुआती पत्र
दादा जी के नाम एक पत्र / 22 जुलाई, 1918
दादा जी के नाम एक और पत्र / 27 जुलाई, 1919
दादा जी के नाम एक और पत्र / 14 नवम्बर, 1921
गुरुमुखी में लिखा पहला पत्र: चाची के नाम / 15 नवम्बर, 1921
चाची के नाम एक और पत्र / 24 अक्टूबर, 1921
घर को अलविदा: पिता जी के नाम पत्र / 1923
विचार-यात्रा का पहला पड़ाव
पंजाब की भाषा और लिपि की समस्या / 1924 -
विश्वप्रेम / 1924 -
युवक! / 1925 -
विरासत से साक्षात्कार: भारतीय क्रान्तिकारी आन्दोलन
होली के दिन रक्त के छींटे / 15 मार्च, 1926 -
काकोरी के वीरों से परिचय / मई, 1927 -
काकोरी के शहीदों की फाँसी के हालात / जनवरी, 1928 -
काकोरी के शहीदों के लिए प्रेम के आँसू / जनवरी, 1928 -
शहीदों के जीवन-चरित्र - -
सूफ़ी अम्बा प्रसाद / फ़रवरी, 1928
श्री बलवन्त सिह / फ़रवरी, 1928
डॉक्टर मथुरा सिह / फ़रवरी, 1928
शहीद कर्तार सिह सराभा / फ़रवरी, 1928 -
कूका विद्रोह: एक / फ़रवरी, 1928 -
कूका विद्रोह: दो / अक्टूबर, 1928 -
सम्पादक ‘महारथी’ के नाम पत्र / 27 फ़रवरी, 1928 -
चित्र-परिचय / मार्च, 1928 -
श्री मदनलाल ढींगरा / मार्च, 1928 -
दस मई का शुभ दिन / अप्रैल, 1928 -
भाई बालमुकुन्द / 1928 -
दिल्ली केस के शहीद -
मास्टर अमीरचन्द / सितम्बर, 1928
मि- अवधबिहारी / सितम्बर, 1928
श्री बसन्तकुमार बिस्वास / सितम्बर, 1928
शहीद ख़ुशीराम! / अक्टूबर, 1928 -
स्वाधीनता के आन्दोलन में पंजाब का पहला उभार / 1930 -
अन्तरराष्ट्रीय क्रान्तिकारी आन्दोलन का अध्ययन
अराजकतावाद: एक / मई, 1928 -
अराजकतावाद: दो / जून, 1928 -
अराजकतावाद: तीन / जुलाई, 1928 -
रूस के युगान्तकारी नाशवादी (निहिलिस्ट) / अगस्त, 1928 -
रूस की जेलें भी स्वर्ग हैं / सितम्बर, 1928 -
मेरी रूस यात्रा / अक्टूबर, 1928 -
आयरिश स्वतन्त्रता युद्ध / अक्टूबर, 1928 -
विविध सामाजिक-राजनीतिक प्रश्न: कुशाग्र विश्लेषक दृष्टि
ट्रेड यूनियन बिल / मई, 1927 -
ग़दर आन्दोलन की कुछ व्यथा / सितम्बर, 1927 -
तख़्तापलट गुप्त षड्यन्त्र / जनवरी, 1928 -
हर सम्भव तरीक़े से पूर्ण स्वतन्त्रता / मई, 1928 -
आतंक के असली अर्थ / मई, 1928 -
धर्म और हमारा स्वतन्त्रता संग्राम : मई, 1928 -
सत्याग्रह और हड़तालें / जून, 1928 -
साम्प्रदायिक दंगे और उनका इलाज : जून, 1928 -
पुलिस की कमीनी चालें / जून, 1928 -
अछूत का सवाल : जून, 1928 -
विद्यार्थी और राजनीति : जुलाई, 1928 -
श्री इन्द्रचन्द्र नारंग का मुक़दमा / सितम्बर, 1928 -
युगान्तकारी माँ / सितम्बर, 1928 -
षड्यन्त्र क्यों होते हैं और कैसे रुक सकते हैं? / सितम्बर, 1928 -
श्रमिक आन्दोलन को दबाने की चालें / सितम्बर, 1928 -
एक और दमनकारी क़ानून / सितम्बर, 1928 -
बारदोली सत्याग्रह / सितम्बर, 1928 -
नेहरू समिति की रिपोर्ट / सितम्बर, 1928 -
दिलचस्प और लाभदायक पुस्तकें / सितम्बर, 1928 -
आर्म्स एक्ट ख़त्म कराओ / अक्टूबर, 1928 -
नौजवान भारत सभा और राष्ट्रीय नेतृत्व का मूल्यांकन
नौजवान भारत सभा, लाहौर का घोषणापत्र / अप्रैल, 1928 -
लाला लाजपत राय के नाम खुला ख़त / नवम्बर, 1927 -
लाला लाजपत राय और एग्निस स्मेडली / जनवरी, 1928 -
लाला लाजपत राय और नौजवान / अगस्त, 1928 -
नये नेताओं के अलग-अलग विचार / जुलाई, 1928 -
साण्डर्स की हत्या के बाद: दो नोटिस / दिसम्बर, 1928 -
बहरों को सुनाने के लिए बम का धमाका
असेम्बली हॉल में फेंका गया परचा / अप्रैल, 1929 -
बमकाण्ड पर सेशन कोर्ट में बयान / 6 जून, 1929 -
बमकाण्ड पर हाईकोर्ट में बयान / जनवरी, 1930 -
जेल की सलाख़ों के पीछे से
इंस्पेक्टर जनरल के नाम पत्र / 17 जून, 1929 -
भूख हड़ताल का नोटिस (भगतसिह) / 17 जून, 1929 -
भूख हड़ताल का नोटिस (बी.के. दत्त) / 17 जून, 1929 -
यतीन्द्रनाथ दास का पत्र / 3 जुलाई, 1929 -
होम मेम्बर के नाम पत्र / 24 जुलाई, 1929 -
पंजाब जेल जाँच समिति के अध्यक्ष को पत्र / 6 सितम्बर, 1929 -
विद्यार्थियों के नाम पत्र / अक्टूबर, 1929 -
इन्क़लाब ज़िन्दाबाद क्या है? (सम्पादक, मॉडर्न रिव्यू के नाम पत्र) / 1930 -
गृह मन्त्री, भारत सरकार को तार / 20 जनवरी, 1930 -
तीसरे इण्टरनेशनल, मास्को के अध्यक्ष को तार / 24 जनवरी, 1930 -
गृह मन्त्रलय, भारत सरकार को स्मरणपत्र / जनवरी, 1930 -
स्पेशल मजिस्ट्रेट, लाहौर के नाम / 11 फ़रवरी, 1930 -
हिन्दुस्तानी एसोसिएशन, बर्लिन के नाम तार / 5 अप्रैल, 1930 -
काकोरी केस के बन्दियों के नाम तार / 5 अप्रैल, 1930 -
गवाहियों की अपेक्षा रसगुल्ले ज़्यादा ज़रूरी / 9 अप्रैल, 1930 -
विशेष ट्रिब्यूनल की स्थापना पर / 2 मई, 1930 -
अदालत एक ढकोसला है / 5 मई, 1930 -
विशेष ट्रिब्यूनल के पुनर्गठन पर / 25 मई, 1930 -
राजनीतिक मामलों की पैरवी पर / 1930 -
गाँधीजी के नाम सुखदेव की खुली चिट्ठी / मार्च, 1931 -
क्रान्तिकारी जीवन की तस्वीर: पत्रों के आईने में
मित्र अमरचन्द को लिखा भगतसिह का पत्र / 1927 -
सुखदेव के नाम भगतसिह का पत्र : मार्च, 1929 -
पिता के नाम भगतसिह का पत्र / 26 अप्रैल, 1929 -
सुखदेव को भूख हड़ताल के दौरान भगतसिह का एक और पत्र / 1929 -
क्रान्तिकारी साथी जयदेव के नाम पत्र / 24 फ़रवरी, 1930 -
जयदेव के नाम एक और पत्र / 28 मई, 1930 -
बचपन के दोस्त जयदेव गुप्ता को भगतसिह का पत्र / 3 जून, 1930 -
जयदेव को एक और पत्र / 24 जून, 1930 -
बटुकेश्वर दत्त की बहन प्रोमिला को भगतसिह का पत्र / 17 जुलाई, 1930 -
छोटे भाई कुलबीर को भगतसिह का पत्र / 16 सितम्बर, 1930 -
कुलबीर को एक और पत्र / 25 सितम्बर, 1930 -
पिता जी के नाम भगतसिह का पत्र / 4 अक्टूबर, 1930 -
बटुकेश्वर दत्त को भगतसिह का पत्र / अक्टूबर, 1930 -
सुखदेव का तायाजी के नाम पत्र / 1930 -
सुखदेव का अधूरा पत्र / 7 अक्टूबर, 1930 -
आवाज़ दबाना दुखदायी है! / फ़रवरी, 1931 -
क्रान्तिकारी दोस्तों के नाम सुखदेव का पत्र -
कुलबीर के नाम भगतसिह का अन्तिम पत्र / 3 मार्च, 1931 -
कुलतार के नाम भगतसिह का अन्तिम पत्र / 3 मार्च, 1931 -
फाँसी से पहले साथियों को भगतसिह का अन्तिम पत्र / 22 मार्च, 1931 -
शहीद महावीर सिह का पिता के नाम पत्र / 23 जनवरी, 1933 -
विचारों की सान पर क्रान्ति की तलवार
हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन का घोषणापत्र / 1929 -
बम का दर्शन : 26 जनवरी, 1930 -
भारतीय क्रान्ति का आदर्श -
मैं नास्तिक क्यों हूँ? : अक्टूबर 1930 -
‘ड्रीमलैण्ड’ की भूमिका / 15 जनवरी, 1931 -
क्रान्तिकारी कार्यक्रम का मसविदा : 2 फ़रवरी, 1931 -
युद्ध अभी जारी है… / 10 मार्च, 1931 -
परिशिष्ट: एक / दि रिवोल्यूशनरी / दिसम्बर, 1924 -
परिशिष्ट: दो / हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का संविधान / 1924 -
परिशिष्ट: तीन / गाँधीजी के नाम शचीन्द्रनाथ सान्याल का खुला पत्र / फ़रवरी, 1925 -
परिशिष्ट: चार / शहीद राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी का पत्र / 1927 -
परिशिष्ट: पाँच / शहीद रामप्रसाद बिस्मिल का अन्तिम सन्देश / दिसम्बर, 1927 -
परिशिष्ट: छह / शहीद अशफ़ाक़उल्ला का फाँसीघर से सन्देश / दिसम्बर, 1927 -
परिशिष्ट: सात / वर्ग-रुचि का आन्दोलनों पर असर – लाला हरदयाल / सितम्बर, 1928 -
परिशिष्ट: आठ / एक दुर्लभ दस्तावेज़ -
परिशिष्ट: नौ / भगतसिह का उर्दू हस्तलेख -
परिशिष्ट: दस / भगतसिह का अंग्रेज़ी हस्तलेख -
परिशिष्ट: ग्यारह / भगतसिह को सज़ा-ए-मौत की तामीली का ट्रिब्यूनल द्वारा जारी वारण्ट -
परिशिष्ट: बारह / भगतसिह को फाँसी के बाद जेल सुपरिण्टेण्डेण्ट का प्रमाणपत्र -
खण्ड दो / शहीदे आज़म की जेल नोटबुक
भूमिका -
प्रस्तावना / भगतसिह की जेल नोटबुक जो शहादत के तिरसठ वर्षों बाद छप सकी – आलोक रंजन -
शहीदे-आज़म की जेल नोटबुक -
परिशिष्ट / भगतसिह की जेल नोटबुक: एक महान विचारयात्रा का दुर्लभ साक्ष्य – एल.बी. मित्रोखिन -
खण्ड तीन / आयरिश स्वतन्त्रता-संग्राम
आयरलैण्ड के प्रसिद्ध क्रान्तिकारी डॉन ब्रीन की आत्मकथा ‘माई फ़ाइट फ़ॉर आयरिश फ्रीडम’ का हिन्दी अनुवाद (अनुवादक: भगतसिह) -
आपको जानकर खुशी होगी कि शहीद भगतसिंह व उनके साथियों के सम्पूर्ण उपलब्ध दस्तावेज अब यूनिकोड फॉर्मेट में ऑनलाइन अपलोड कर दिये गये हैं। शहीद भगतसिंह को आज भी देश की व्यापक आबादी हाथ में पिस्तौल लिये क्रान्तिकारी के रूप में तो जानती है पर उनके क्रान्तिकारी विचारों से अपरिचित है। इसका मुख्य कारण तो आजादी के बाद सत्ता में आये भूरे अंग्रेजों द्वारा शहीद भगतसिंह के साहित्य को दबाना रहा है। सरकार चाहे किसी की रहे पर भगतसिंह के साहित्य को छपवाकर जनता तक किसी ने नहीं पहुँचाया। पर हालिया कुछ सालों में जनपक्षधर बुद्धिजीवियों, क्रांतिकारी संगठनों व प्रगतिशील प्रकाशकों के दम पर भगतसिंह व उनके साथियों का साहित्य आम जनता तक पहुँचने लगा है व उनके विचारों से जनता लगाव महसूस करने लगी है। राहुल फाउण्डेशन, लखनऊ ने भी भगतसिंह और उनके साथियों के महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ों को बड़े पैमाने पर जागरूक नागरिकों और प्रगतिकामी युवाओं तक पहुँचाया है और इसी सोच के तहत उन्होने 2006 में भगतसिंह और उनके साथियों के तब तक उपलब्ध सभी दस्तावेज़ों को पहली बार एक साथ प्रकाशित किया था। ‘मैं नास्तिक क्यों हूँ?’ जैसे कर्इ महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ों और जेल नोटबुक का जिस तरह आठवें-नवें दशक में पता चला, उसे देखते हुए, अभी भी कुछ सामग्री यहाँ-वहाँ पड़ी होगी, यह मानने के पर्याप्त कारण मौजूद हैं। इसीलिए इस संकलन को राहुल फाउण्डेशन ने ‘सम्पूर्ण दस्तावेज़’ के बजाय ‘सम्पूर्ण उपलब्ध’ दस्तावेज़ नाम दिया था।
नौजवान भारत सभा के आग्रह पर राहुल फाउण्डेशन ने इस पुस्तक की सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध करवायी थी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक भगतसिंह के विचारों को पहुँचाया जा सके। नौजवान भारत सभा केे कार्यकर्ताओं ने इस पुस्तक को यूनिकोड फॉर्मेट में बदल कर ऑनलाइन अपलोड कर दिया है। नीचे भगतसिंह व उनके साथियों के सारे दस्तावेज उसी क्रम में प्रस्तुत हैं जिस क्रम में राहुल फाउण्डेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक में हैं। सभी लेखों के लिंक नीचे दिये गये हैं। जो पाठक किन्हीं कारणों से इतनी बड़ी पुस्तक नेट पर नहीं पढ़ना चाहते हैं, वो राहुल फाउण्डेशन से ये पुस्तक मंगवा भी सकते हैं। पुस्तक का मूल्य काफी कम रखा गया है। पुस्तक इस लिंक से खरीदी जा सकती है। पुस्तक को ऑनलाइन खरीदने का विकल्प भी वहां मौजूद है – http://janchetnabooks.org/product/bhagat-singh-aur-unke-sathiyon-ke-sampurna-uplabdh-dastavez/
भारतीय क्रांति के शिखर शहीद भगतसिंह की रचनायें आज भी इस देश के नौजवानों को क्रांति के लिए प्रेरित करने व अंधकार भरे समय में रास्ता दिखाने में सक्षम हैं। क्रांतिकारी विचारधारा से लैस ये रचनायें हर विद्रोही नौजवान तक पहुँचाना हमारा सबका दायित्व है। इसलिए आपसे आग्रह है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें। अगर आप वेबसाइट या ब्लॉग चलाते हैं तो आप अपनी वेबसाइट पर साथ में भेजी गयी फोटो देकर इस काम को आगे बढ़ा सकते हैं। फोटो देते वक्त इस लिंक को जोड़ दें ताकि फोटो पर क्लिक करने पर सीधे भगतसिंह के दस्तावेजों तक पहुंचा जा सके - http://naubhas.in/bhagatsingh-archive
शहीद भगतसिंह व साथियों के सम्पूर्ण उपलब्ध दस्तावेज
पुस्तक के पहले संस्करण की भूमिका – भगतसिंह की वैचारिक विरासत और हमारा समय -
प्रस्तावना / क्रान्तिकारी आन्दोलन का वैचारिक विकास (चापेकर बन्धुओं से भगतसिह तक) / शिव वर्मा -
खण्ड एक / दस्तावेज़ और पत्र
यह जीवन देश को समर्पित: भगतसिह के छह शुरुआती पत्र
दादा जी के नाम एक पत्र / 22 जुलाई, 1918
दादा जी के नाम एक और पत्र / 27 जुलाई, 1919
दादा जी के नाम एक और पत्र / 14 नवम्बर, 1921
गुरुमुखी में लिखा पहला पत्र: चाची के नाम / 15 नवम्बर, 1921
चाची के नाम एक और पत्र / 24 अक्टूबर, 1921
घर को अलविदा: पिता जी के नाम पत्र / 1923
विचार-यात्रा का पहला पड़ाव
पंजाब की भाषा और लिपि की समस्या / 1924 -
विश्वप्रेम / 1924 -
युवक! / 1925 -
विरासत से साक्षात्कार: भारतीय क्रान्तिकारी आन्दोलन
होली के दिन रक्त के छींटे / 15 मार्च, 1926 -
काकोरी के वीरों से परिचय / मई, 1927 -
काकोरी के शहीदों की फाँसी के हालात / जनवरी, 1928 -
काकोरी के शहीदों के लिए प्रेम के आँसू / जनवरी, 1928 -
शहीदों के जीवन-चरित्र - -
सूफ़ी अम्बा प्रसाद / फ़रवरी, 1928
श्री बलवन्त सिह / फ़रवरी, 1928
डॉक्टर मथुरा सिह / फ़रवरी, 1928
शहीद कर्तार सिह सराभा / फ़रवरी, 1928 -
कूका विद्रोह: एक / फ़रवरी, 1928 -
कूका विद्रोह: दो / अक्टूबर, 1928 -
सम्पादक ‘महारथी’ के नाम पत्र / 27 फ़रवरी, 1928 -
चित्र-परिचय / मार्च, 1928 -
श्री मदनलाल ढींगरा / मार्च, 1928 -
दस मई का शुभ दिन / अप्रैल, 1928 -
भाई बालमुकुन्द / 1928 -
दिल्ली केस के शहीद -
मास्टर अमीरचन्द / सितम्बर, 1928
मि- अवधबिहारी / सितम्बर, 1928
श्री बसन्तकुमार बिस्वास / सितम्बर, 1928
शहीद ख़ुशीराम! / अक्टूबर, 1928 -
स्वाधीनता के आन्दोलन में पंजाब का पहला उभार / 1930 -
अन्तरराष्ट्रीय क्रान्तिकारी आन्दोलन का अध्ययन
अराजकतावाद: एक / मई, 1928 -
अराजकतावाद: दो / जून, 1928 -
अराजकतावाद: तीन / जुलाई, 1928 -
रूस के युगान्तकारी नाशवादी (निहिलिस्ट) / अगस्त, 1928 -
रूस की जेलें भी स्वर्ग हैं / सितम्बर, 1928 -
मेरी रूस यात्रा / अक्टूबर, 1928 -
आयरिश स्वतन्त्रता युद्ध / अक्टूबर, 1928 -
विविध सामाजिक-राजनीतिक प्रश्न: कुशाग्र विश्लेषक दृष्टि
ट्रेड यूनियन बिल / मई, 1927 -
ग़दर आन्दोलन की कुछ व्यथा / सितम्बर, 1927 -
तख़्तापलट गुप्त षड्यन्त्र / जनवरी, 1928 -
हर सम्भव तरीक़े से पूर्ण स्वतन्त्रता / मई, 1928 -
आतंक के असली अर्थ / मई, 1928 -
धर्म और हमारा स्वतन्त्रता संग्राम : मई, 1928 -
सत्याग्रह और हड़तालें / जून, 1928 -
साम्प्रदायिक दंगे और उनका इलाज : जून, 1928 -
पुलिस की कमीनी चालें / जून, 1928 -
अछूत का सवाल : जून, 1928 -
विद्यार्थी और राजनीति : जुलाई, 1928 -
श्री इन्द्रचन्द्र नारंग का मुक़दमा / सितम्बर, 1928 -
युगान्तकारी माँ / सितम्बर, 1928 -
षड्यन्त्र क्यों होते हैं और कैसे रुक सकते हैं? / सितम्बर, 1928 -
श्रमिक आन्दोलन को दबाने की चालें / सितम्बर, 1928 -
एक और दमनकारी क़ानून / सितम्बर, 1928 -
बारदोली सत्याग्रह / सितम्बर, 1928 -
नेहरू समिति की रिपोर्ट / सितम्बर, 1928 -
दिलचस्प और लाभदायक पुस्तकें / सितम्बर, 1928 -
आर्म्स एक्ट ख़त्म कराओ / अक्टूबर, 1928 -
नौजवान भारत सभा और राष्ट्रीय नेतृत्व का मूल्यांकन
नौजवान भारत सभा, लाहौर का घोषणापत्र / अप्रैल, 1928 -
लाला लाजपत राय के नाम खुला ख़त / नवम्बर, 1927 -
लाला लाजपत राय और एग्निस स्मेडली / जनवरी, 1928 -
लाला लाजपत राय और नौजवान / अगस्त, 1928 -
नये नेताओं के अलग-अलग विचार / जुलाई, 1928 -
साण्डर्स की हत्या के बाद: दो नोटिस / दिसम्बर, 1928 -
बहरों को सुनाने के लिए बम का धमाका
असेम्बली हॉल में फेंका गया परचा / अप्रैल, 1929 -
बमकाण्ड पर सेशन कोर्ट में बयान / 6 जून, 1929 -
बमकाण्ड पर हाईकोर्ट में बयान / जनवरी, 1930 -
जेल की सलाख़ों के पीछे से
इंस्पेक्टर जनरल के नाम पत्र / 17 जून, 1929 -
भूख हड़ताल का नोटिस (भगतसिह) / 17 जून, 1929 -
भूख हड़ताल का नोटिस (बी.के. दत्त) / 17 जून, 1929 -
यतीन्द्रनाथ दास का पत्र / 3 जुलाई, 1929 -
होम मेम्बर के नाम पत्र / 24 जुलाई, 1929 -
पंजाब जेल जाँच समिति के अध्यक्ष को पत्र / 6 सितम्बर, 1929 -
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गृह मन्त्री, भारत सरकार को तार / 20 जनवरी, 1930 -
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गृह मन्त्रलय, भारत सरकार को स्मरणपत्र / जनवरी, 1930 -
स्पेशल मजिस्ट्रेट, लाहौर के नाम / 11 फ़रवरी, 1930 -
हिन्दुस्तानी एसोसिएशन, बर्लिन के नाम तार / 5 अप्रैल, 1930 -
काकोरी केस के बन्दियों के नाम तार / 5 अप्रैल, 1930 -
गवाहियों की अपेक्षा रसगुल्ले ज़्यादा ज़रूरी / 9 अप्रैल, 1930 -
विशेष ट्रिब्यूनल की स्थापना पर / 2 मई, 1930 -
अदालत एक ढकोसला है / 5 मई, 1930 -
विशेष ट्रिब्यूनल के पुनर्गठन पर / 25 मई, 1930 -
राजनीतिक मामलों की पैरवी पर / 1930 -
गाँधीजी के नाम सुखदेव की खुली चिट्ठी / मार्च, 1931 -
क्रान्तिकारी जीवन की तस्वीर: पत्रों के आईने में
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पिता के नाम भगतसिह का पत्र / 26 अप्रैल, 1929 -
सुखदेव को भूख हड़ताल के दौरान भगतसिह का एक और पत्र / 1929 -
क्रान्तिकारी साथी जयदेव के नाम पत्र / 24 फ़रवरी, 1930 -
जयदेव के नाम एक और पत्र / 28 मई, 1930 -
बचपन के दोस्त जयदेव गुप्ता को भगतसिह का पत्र / 3 जून, 1930 -
जयदेव को एक और पत्र / 24 जून, 1930 -
बटुकेश्वर दत्त की बहन प्रोमिला को भगतसिह का पत्र / 17 जुलाई, 1930 -
छोटे भाई कुलबीर को भगतसिह का पत्र / 16 सितम्बर, 1930 -
कुलबीर को एक और पत्र / 25 सितम्बर, 1930 -
पिता जी के नाम भगतसिह का पत्र / 4 अक्टूबर, 1930 -
बटुकेश्वर दत्त को भगतसिह का पत्र / अक्टूबर, 1930 -
सुखदेव का तायाजी के नाम पत्र / 1930 -
सुखदेव का अधूरा पत्र / 7 अक्टूबर, 1930 -
आवाज़ दबाना दुखदायी है! / फ़रवरी, 1931 -
क्रान्तिकारी दोस्तों के नाम सुखदेव का पत्र -
कुलबीर के नाम भगतसिह का अन्तिम पत्र / 3 मार्च, 1931 -
कुलतार के नाम भगतसिह का अन्तिम पत्र / 3 मार्च, 1931 -
फाँसी से पहले साथियों को भगतसिह का अन्तिम पत्र / 22 मार्च, 1931 -
शहीद महावीर सिह का पिता के नाम पत्र / 23 जनवरी, 1933 -
विचारों की सान पर क्रान्ति की तलवार
हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन का घोषणापत्र / 1929 -
बम का दर्शन : 26 जनवरी, 1930 -
भारतीय क्रान्ति का आदर्श -
मैं नास्तिक क्यों हूँ? : अक्टूबर 1930 -
‘ड्रीमलैण्ड’ की भूमिका / 15 जनवरी, 1931 -
क्रान्तिकारी कार्यक्रम का मसविदा : 2 फ़रवरी, 1931 -
युद्ध अभी जारी है… / 10 मार्च, 1931 -
परिशिष्ट: एक / दि रिवोल्यूशनरी / दिसम्बर, 1924 -
परिशिष्ट: दो / हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का संविधान / 1924 -
परिशिष्ट: तीन / गाँधीजी के नाम शचीन्द्रनाथ सान्याल का खुला पत्र / फ़रवरी, 1925 -
परिशिष्ट: चार / शहीद राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी का पत्र / 1927 -
परिशिष्ट: पाँच / शहीद रामप्रसाद बिस्मिल का अन्तिम सन्देश / दिसम्बर, 1927 -
परिशिष्ट: छह / शहीद अशफ़ाक़उल्ला का फाँसीघर से सन्देश / दिसम्बर, 1927 -
परिशिष्ट: सात / वर्ग-रुचि का आन्दोलनों पर असर – लाला हरदयाल / सितम्बर, 1928 -
परिशिष्ट: आठ / एक दुर्लभ दस्तावेज़ -
परिशिष्ट: नौ / भगतसिह का उर्दू हस्तलेख -
परिशिष्ट: दस / भगतसिह का अंग्रेज़ी हस्तलेख -
परिशिष्ट: ग्यारह / भगतसिह को सज़ा-ए-मौत की तामीली का ट्रिब्यूनल द्वारा जारी वारण्ट -
परिशिष्ट: बारह / भगतसिह को फाँसी के बाद जेल सुपरिण्टेण्डेण्ट का प्रमाणपत्र -
खण्ड दो / शहीदे आज़म की जेल नोटबुक
भूमिका -
प्रस्तावना / भगतसिह की जेल नोटबुक जो शहादत के तिरसठ वर्षों बाद छप सकी – आलोक रंजन -
शहीदे-आज़म की जेल नोटबुक -
परिशिष्ट / भगतसिह की जेल नोटबुक: एक महान विचारयात्रा का दुर्लभ साक्ष्य – एल.बी. मित्रोखिन -
खण्ड तीन / आयरिश स्वतन्त्रता-संग्राम
आयरलैण्ड के प्रसिद्ध क्रान्तिकारी डॉन ब्रीन की आत्मकथा ‘माई फ़ाइट फ़ॉर आयरिश फ्रीडम’ का हिन्दी अनुवाद (अनुवादक: भगतसिह) -
सौजन्य : साभार नौजवान भारत सभा
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