कॉमिक्स कलाकारों / लेखकों / प्रकाशकों के इंटरव्यू की विशेष श्रंखला में आज एक खास इंटरव्यू में हम आपको रूबरू करवा रहे हैं फेनिल कॉमिक्स के संस्थापक श्री फेनिल शेरडीवाला जी से। फेनिल जी की देश में कॉमिक्स कल्चर को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका है। फेनिल जी केवल एक लेखक और प्रकाशक ही नहीं बल्कि एक बेहतरीन कलाकार भी हैं उन्होंने कई गुजराती फिल्मों में अभिनय किया है। वर्तमान में फेनिल जी सुपरहीरो पर आधारित फिल्म ''वेताल'' में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। फेनिल जी कॉमिक्स कंपनी ''फेनिल कॉमिक्स'' भारत की महत्वपूर्ण कॉमिक्स कंपनियों में शामिल है। ''फेनिल कॉमिक्स'' द्वारा प्रकाशित कॉमिक्स और उनके किरदारों ने कॉमिक्स फैन्स के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है। हाल ही में प्रकाशित बजरंगी सीरीज की पहली कॉमिक्स ''1411'' को कॉमिक्स फैन्स बहुत पसंद किया है। आइये फेनिल जी से उनसे उनके इस रोमांचक सफर के बारे में जानते हैं।
फेनिल सर इस विशेष इंटरव्यू में आपका स्वागत है।
फेनिल सर इस विशेष इंटरव्यू में आपका स्वागत है।
सवाल 1 : कॉमिक्स के प्रति अपने जूनून और अपने जीवन के अब तक के सफर के बारे में बताएं।
जवाब : मेरी उम्र करीब सात-आठ साल होगी। बचपन में मेरे पिताजी मुझे अपने विजय सुपर स्कूटर पर हर सन्डे घुमाने ले जाते थे। इस स्कूटर पर मैं आगे खडा रहता था, पापा स्कूटर चलते थे और माताजी मेरी बहन के साथ पीछे बैठती थी। आगे खड़ा होने की वजह से में अक्सर रास्ते के किनारों की दुकानों के नाम पढ़ा करता था। कभी कभी साइन बोर्ड्स भी पड़ता रहता था। जब भी बाहर घूमने निकलता तो यह मेरा इकलौता शौक था। मेरी इस दिलचस्पी को देखते हुए मेरे माता-पिता जी ने मुझे कुछ कहानियों की किताबें दिलाई। मैं उनको शौक से पढता था। फिर क्या था मेरा किताबों और कहानियों को पढ़ने का अंतहीन सफ़र शुरू हो चुका था। तब चम्पक मेरी पसंदीदा किताब होती थी। इसके बाद मेरी माताजी एक बार मेरे लिए दो कॉमिक्स लेकर आईं जिसमे से एक डायमंड कामिक्स की “चाचा चौधरी ओर राका (गुजराती) “ थी तो दूसरी तुलसी कामिक्स की ‘राक्षस नगरी की तबाही” थी। इसके बाद कौन-कौन सी कॉमिक्स मैंने ली मुझे पता नहीं पर यह दोनों मेरी पहली कॉमिक्स थी जो मुझे बराबर याद है। यह जूनून इस हद तक बढ़ गया की आज मेरे मेरे पास 8000 से ज़्यादा कॉमिक्स, नॉवेल्स, मैगजीन्स मेरी खुद के लायब्रेरी में है।
सवाल 2 : खुद अपनी कॉमिक्स कंपनी बनाने का आईडिया कैसे आया ?
जवाब : बचपन में स्कूल की नोटबुक के पीछे मैंने एक कॉमिक्स करैक्टर बनाया था, बाद में जिसका नाम मैंने ‘फौलाद” रखा था। इसकी एक 64 पृष्ठ की कॉमिक्स भी मैंने खुद बनायी थी कच्ची पक्की ड्राइंग से। बाद में मैंने मेरे स्कूल की किताबो की अलमारी में वह रख दी थी। ठीक 14-15 साल बाद ऑरकुट पर एक फेन मेड करैक्टर प्रतियोगिता चल रही थी। जिसमे मैंने मेरा बचपन की रचना ‘फौलाद” रखा। सबको नाम भी बहुत पसंद आया। मेरे दोस्त, अनुभव राकेश ने बाद में मेरे लिए कुछ स्केच बनाए । मैंने सोच लिया था अब इसको पब्लिश करूँगा। कहानी को नए सिरे से लिखा, दिलदीप सिंह द्वारा इस कॉमिक्स का चित्रांकन करवाया। आखिर में फेनिल कॉमिक्स की स्थापना हो ही गयी।
सवाल 3 : आपके परिवार और दोस्तों की आपके काम पर क्या राय रहती है और उनसे कितना सहयोग मिलता है ?
जवाब : शुरू शुरू में तो सबको मेरी हरकते बचकाना ही लगी। मेरे घर में मेरी माताजी और मेरे पत्नी ने शुरू से मुझ पर विश्वास रखा था जो आज तक कायम है। मेरे पिताजी का विश्वास जीतने में मुझे 3 साल लग गए थे। स्कूल के कुछ दोस्त जो मेरे साथ कॉमिक्स पढ़ते थे शुरू से बोल रहे थे, फेनिल तुम वह शख्स निकले जिसने सपने भी देखे और उनको हक़ीक़त में भी बदला। आज फेनिल कॉमिक्स के 7 साल कार्यकाल के बाद सभी कॉमिक्स फैंस, मेरे बचपन के दोस्त, मेरी फैमिली सबका मुझे पूरा सहयोग मिल रहा है। इस बात के लिए सबको दिल से धन्यवाद।
सवाल 4 : अपने कई फिल्मों में अभिनय किया है उनके बारे में कुछ बताइये।
जवाब :मैंने अब तक दो गुजराती फिल्मो में अभिनय किया है। एक का नाम है ''तू मारी आसपास छे'' और दूसरी ''यशोदा''। इसके अलावा वेताल प्रोजेक्ट के लिए मैंने तीन फिल्मो की ऑफर ठुकराई। इसके अलावा मै एक वेब सीरिज ''सुबह हो गई मामू'' में एक पुलिस इंस्पेक्टर का लीड रोल कर रहा हूँ। एक बॉलीवुड फिल्म प्रोजेक्ट पर भी मै काम कर रहा हूँ जिसके बारे में जल्द बताऊंगा।
सवाल 5 : कॉमिक्स और अभिनय के अलावा आपको क्या क्या पसंद है ?
जवाब : 16 साल की उम्र से मुझे बॉडी बिल्डिंग भी काफी पसंद है। लेकिन मैने खुद को ज्यादा मुस्कुलर बॉडी बनाने के लिए कभी राजी नहीं किया। वेताल के लिए मैंने बॉडी पर काफी मेहनत की है जो परदे पर जल्द दिखेगी। सही बॉडी बनाने के लिए मैंने वेताल का शूट कुछ समय के लिए रोका भी था।
सवाल 6 : आपकी आने वाली फिल्म / वेब सीरीज ''वेताल'' और ''जासूस बलराम'' के बारे में बताइये।
जवाब : बॉलीवुड फिल्म के बारे में अभी ज्यादा नहीं बताना चाहूँगा। वेताल एक अलग प्रकार की वेब सीरीज है जीसमे स्वर्ग, नरक जैसे सिक्वंस भी होंगे। इसके ज़्यादातर शूट जंगल में किया गया है। इसमें सभी प्रकार की काली शक्तियों से वेताल लड़ेगा। जबरदस्त एक्शन सिक्वंस देखने मिलेंगे। जासूस बलराम एक जासूसी वेब सीरीज होगी।
सवाल 7 : बजरंगी सीरीज की पहली कॉमिक्स ''1411'' को कॉमिक्स फैन्स ने बहुत पसंद किया है। भविष्य में इस किरदार पर कोई फिल्म / वेब सीरीज / एनीमेशन बनाने के बारे में कोई योजना है ?
जवाब : अभी तो बजरंगी पर ऐसी कोई प्लानिंग नहीं हो रही। सिर्फ़ कॉमिक्स पर फोकस किया गया है।
सवाल 8 : फेनिल कॉमिक्स के आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में कुछ बताएं ?
जवाब : 2018 के शुरूआती महीनों में फेनिल कॉमिक्स के पुराने अंको को प्रीमियम क्यालिटी में रिप्रिंट किया जाएगा। इनके अलावा फेनिल कॉमिक्स के सभी कॉमिक्स को इंग्लिश में निकाला जाएगा। तस्करा, डी एनलायटंड को हिंदी में लाया जाएगा। इनके बाद नए अंको पर ध्यान दिया जाएगा।
सवाल 9 : टेक्नोलॉजी के दौर में कॉमिक्स मेकिंग में बहुत बदलाव आये हैं, पहले जहाँ लगभग सभी काम हाथ से किये जाते था वहीँ अब कंप्यूटर / लैपटॉप / ग्राफ़िक्स टेबलेट का इस्तेमाल होता है, टेक्नोलॉजी के बढ़ते चलन से कॉमिक्स मेकिंग को कितना फायदा पहुंचा है ?
जवाब : टेक्नोलॉजी की वजह से कलरिंग एवं केलिग्राफी डिजिटल की जाती है। लेकिन पेंसिलिंग आज भी मैन्युअल होती है। कॉमिक्स मेकिंग पहले के मुकाबले में काफी धीमा हो गया है। इसलिए नए अंको की रिलीज भी सही समय पर हो नहीं पा रही है।
सवाल 10 : पायरेसी ने कॉमिक्स इंडस्ट्री को काफी नुक़सान पहुँचाया है आपके विचार में इसे रोकने के लिए किस तरह के क़दम उठाने चाहिए ?
जवाब : पायरेसी एक सिक्के की दो बाजू है। इसका फायदा भी है तो नुक़सान भी है। फायदा यह हो जाता है की इसकी वजह से पुराने वह फैंस जो कॉमिक्स पढ़ना छोड़ चुके थे अचानक से उसके हाथ में डिजिटल कॉपी आ जाती है वह फिर से पढ़ना शुरू कर देता है। नुक़सान तो काफी है कॉमिक्स की बिक्री होती नहीं तो पब्लिशर को काफी नुक़सान झेलना पड रहा है। इसके क़दम कॉमिक्स प्रेमी खुद उठाये तो कॉमिक्स इंडस्ट्री टिक पाएगी वर्ना ब्राज़ील कॉमिक्स इंडस्ट्री जैसा हाल जल्द होने वाला है भारतीय कॉमिक्स इंडस्ट्री का। अमेरिका में इससे उल्टा है। वहां के फैंस पायरेटेड पढ़ते है लेकिन हार्ड कॉपी भी खरीदते है। इससे हर एक कॉमिक्स पब्लिशर की एक-एक एडिशन की मिलियंस में कॉपी बिक जाती है।
सवाल 11 : अपनी पसंदीदा कॉमिक्स, लेखक, आर्टिस्ट और कॉमिक करैक्टर कौन हैं ?
जवाब : समय के साथ सबकुछ बदलता है। आज की बात करूं तो मेरी पसंदीदा कॉमिक्स कम्पनी ‘वेलीयंत एंटरटेनमेंट’ है। कोई एक लेखक या आर्टिस्ट मुझे पसंद है यह कहकर दूसरे लेखक या आर्टिस्ट के काम को नीचा दिखाना सही नहीं है। हर कोई अपनी साइड से मेहनत करता है। मेरा पसंदीदा कॉमिक्स करैक्टरस में सभी फेनिल कॉमिक्स करैक्टर तो है ही, लेकिन इनके अलावा मुझे फैंटम, चाचा चौधरी, शैडो मेन , एक्स-ओ मनोवर, ब्लड शॉट, राय, आयरन मैन, कोनान, बैटमैन वगैरह पसंद है।
सवाल 12 : आपके हिसाब से एक अच्छी कॉमिक्स के क्या मापदण्ड हैं ?
जवाब : पाठक को पसंद आये वह अच्छी कॉमिक्स।
सवाल 13 : आपका पसंदीदा स्पोर्ट, फिल्म, बॉलीवुड / हॉलीवुड कलाकार कोन है ?
जवाब : स्पोर्ट में मुझे क्रिकेट पसंद है, क्योंकि एक समय मैंने यूनिवर्सिटी लेवल पर क्रिकेट खेला है। हाथ में हुए ऑपरेशन ने मेरा क्रिकेट करियर बर्बाद कर दिया। बॉलीवुड में मुझे सलमान खान सबसे ज़्यादा पसंद है। हॉलीवुड में मुझे कई सारे कलाकार पसंद है जैसे की टॉम क्रूज़, कियानु रीव्स, अर्नाल्ड, स्टेलोन वगैरह।
सवाल 14 : आप अपने जीवन में सबसे ज़्यादा किससे प्रभावित है और किसे अपना रोल मॉडल मानते हैं ?
जवाब : मेरे पिताजी को। उन्होंने अपनी 10 साल की उम्र से काम किया है। गरीबी क्या होती है वह उन्होंने देखी है और यही कारण है की स्कुल में प्रथम क्रम आने के बावजूद उनको अपना अभ्यास छोड़ देना पड़ा था। आज उनकी आयु 67 वर्ष है फिर भी वह अपने व्यापार में कार्यरत है। तो मुझे काम करने की प्रेरणा उनसे ही मिलती है। और वही मेरे रोल मॉडल है।
सवाल 15 : भारतीय कॉमिक्स और विदेशी कॉमिक्स में तुलना करने पर आप क्या अन्तर पाते हैं ?
जवाब : अंतर तो बहुत है और कारण भी बहुत हैं। विदेशी कॉमिक्स के 24 पृष्ठ होने के बावजूद उनकी कॉमिक्स 3 डॉलर में आसानी से बिकती है। जबकि भारतीय कॉमिक्स इनसे सस्ती होने के बावजूद महंगी की श्रेणी में आती है। विदेशी कॉमिक्स का हर एक टाइटल की मिलियंस में कॉपी बिकती है तो भारतीय पब्लिशर्स 1000 कॉपी भी जैसे तैसे बेच पाता है। आप खुद सोचिये भारतीय पब्लिशर्स कैसे सरवाईव कर पायेगा।
सवाल 16 : भारत में कॉमिक्स के भविष्य के बारे बारे में क्या सोचते हैं ?
जवाब : भविष्य के बारे में सिर्फ इतना कहूँगा, पब्लिशर्स अगर फायनेंशली स्ट्रोंग है तो वह नुक़सान में भी कंपनी चला पायेगा। अगर फायनेंशली स्ट्रोंग नहीं तो कॉमिक्स पब्लिशिंग बिज़नेस के बारे में मत सोचें। आज जितनी कॉपी बिकती है अगर उतनी ही सेल होती रही तो इंडस्ट्री का भविष्य कुछ भी नहीं। हां, किसी कबाड़ी की दूकान में शायद आने वाले सालो में कॉमिक्स जरुर मिल जायेगी।
सवाल 17 : कॉमिक्स से जुड़ी आपके जीवन की कोई मज़ेदार घटना जिसे सोचकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाती हो ?
जवाब : बस जेब में पैसे नहीं होते थे तो दोस्तों को बकरा बनाकर कॉमिक्स खरीदवाते थे। इस बात पर आज भी हंसता हूँ।
सवाल 18 : नए आर्टिस्ट जो कॉमिक्स इंडस्ट्री में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उन्हें मार्गदर्शन के लिए आप क्या राय देना चाहेंगे ?
जवाब : नए आर्टिस्ट्स जो कॉमिक्स इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते है! उन्हें इतना मार्गदर्शन दूंगा की ज्यादा से ज्यादा अपने ह्यूमन एनाटोमी को सुधारें। अगर वह सही है तो विश्व की कोई भी कम्पनी में आपको काम मिलना आसान है। किसी भी पब्लिशर्स को पिच करना है तो उनके केरेक्टर्स के स्केच बनाकर उनको भेजे। ताकि उनका ध्यान आपकी और आकर्षित हो।
सवाल 19 : अंत में कॉमिक्स फैंस को क्या संदेश देना चाहेंगे?
जवाब : सिर्फ इतना कहूँगा, भारतीय कॉमिक्स इंडस्ट्री को बचाना अब फैंस के हाथ में है। ज्यादा से ज्यादा कॉमिक्स पढ़े। मौजूदा कॉमिक्स पब्लिशर को पूरा सपोर्ट करे। कॉमिक्स खरीद कर पढ़े। आज कई पब्लिशर हैं जो वाकई में कुछ करना चाहते हैं लेकिन फैंस के सहयोग के बगैर तो यह असंभव ही है। तो आपका सहयोग उन पर बनाए रखें जो कुछ करना चाहते हैं और आपको हर महीने कॉमिक्स देना चाहते हैं।
अपना देश, अपनी कॉमिक्स, फेनिल कॉमिक्स!
धन्यवाद
फेनिल सर अपने क़ीमती वक़्त से हमारे इंटरव्यू के लिए वक़्त देने के लिए आपका बहुत शुक्रिया। इस इंटरव्यू के माध्यम से हमें आपको और आपके काम के बारे में जानने का मौक़ा मिला। अपने हमें कॉमिक्स से जुडी बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियां दी निश्चित ही ये जानकारी कॉमिक्स फैंस और आर्टिस्ट के लिए उपयोगी साबित होंगी। हम उम्मीद करते हैं भविष्य में भी फेनिल कॉमिक्स के माध्यम से आप लगातार कॉमिक्स इंडस्ट्री में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहेंगे और हमें आपके द्वारा निर्मित बेहतरीन कॉमिक्स पड़ने को मिलेंगी। आपके द्वारा निर्माधीन वेताल और जासूस बलराम वेब सीरीज दर्शकों की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरा उतरेगी और इसकी सफलता भारत में सुपरहीरो आधारित टीवी/वेब सीरीज के लिए मील का पत्थर साबित होगी और भविष्य में भारत में भी सुपरहीरो पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की टीवी/वेब सीरीज/ फिल्में देखने को मिलेंगी। भविष्य के लिए हमारी हार्दिक शुभकामनायें।
शहाब ख़ान
©Nazariya Now
फेनिल कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित सभी कॉमिक्स फेनिल कॉमिक्स ऑफिशियल वेबसाइट / ऑनलाइन स्टोर www.fenilcomics.com से खरीद सकते हैं।
आपको सभी उत्तर मुझे बहुत पसंद आये फेनिल जी। शहाब भाई का भी शुक्रिया जो महान हस्तियों के इंटरव्यू लेकर आते हैं इ। जिससे उन्हें करीब से जानने का मौका मिलता है।
ReplyDeleteThanks :)
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