कहानी को ज़हन में उमड़ते असंख्य विचारों का ऐसा अर्क कहा जा सकता है जो सीधे
मन पर मरहम की तरह काम करती है। कभी किसी भावना को जगाती तो कभी कोई नया
एहसास करवाती। जहाँ इंटरनेट ने कई लेखकों को बड़ा मंच दिया है वहीं इतनी भीड़
में कई रचनात्मक आवाज़ें कहीं दब सी जाती हैं। इस कारण छुपी रचनात्मकता को
बढ़ावा देने के लिए नज़रिया नाउ और फ्रीलांस टैलेंट्स ने मार्च से मई 2018 के
बीच कहानी लिखो प्रतियोगिता का आयोजन किया।
प्रतियोगिता जीतने वाले लेखक
को Freelance Talents Championship 2018 का बहुप्रतीक्षित ख़िताब भी मिलेगा।
कई नये और स्थापित लेखकों ने अपनी मनमोहक कहानियाँ भेजकर प्रतियोगिता में
चार चाँद लगा दिये...साथ ही निर्णायक मंडल का काम मुश्किल कर दिया। एंट्री
में नाम या प्रारूप ना होने के कारण कुछ प्रविष्टियां निरस्त की गयीं। हमें
पता है की रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं और इसको किसी संख्या में नापा नहीं
जा सकता पर अपने अनुभव के आधार पर निर्णय लेने की कोशिश की है। सभी
रचनाकारों को हमारी शुभकामनाएं! आशा है जो लेखक इस बार पहली पंक्ति में
नहीं आ पाये वो भविष्य में इस पंक्ति में होंगे।
कहानी लिंक
नजरिया नाउ कलम-कलाकार 2018 उपविजेता
नजरिया नाउ कलम-कलाकार 2018 विजेता
Freelance Talents Championship 2018 Winner
हिमांशु मिश्र 'मानस' (कहानी - परित्यक्ता)कहानी लिंक
नजरिया नाउ कलम-कलाकार 2018 उपविजेता
Freelance Talents Championship 2018 Runner-up (Silver)
नजरिया नाउ कलम-कलाकार 2018 उपविजेता
Freelance Talents Championship 2018 Runner-up (Bronze)
विजेताओं को बधाई एवं शुभकामनायें।
©Nazariya Now
सभी विजेता रचनाकारों को बधाई एवम् शुभकामनायें
ReplyDeleteसभी रचनाकारों को बधाई। रचनात्मकता जितनी चाहिए। लेखक तो एक माध्यम मात्र है। असंख्य शुभकामनाएं।
ReplyDeleteसादर